सभी बच्चों को मिलेगी निशुल्कः शिक्षा 2025 || UP RTE Education Scheme

UP RTE EDUCATION SCHEME 2025

क्या है UP RTE स्कीम

उत्तर प्रदेश RTE (Right to Education) Act का उद्देश्य 6 से 14 वर्ष के बच्चों को निशुल्क शिक्षा और अनिवार्य शिक्षा प्रदान करना है। यह कानून भारत सरकार के RTE अधिनियम, 2009 के तहत राज्य स्तर पर लागू किया गया है। इसका मुख्य लक्ष्य सभी बच्चों को समान शिक्षा का अवसर देना और उनके शैक्षिक अधिकारों की रक्षा करना है।

उत्तर प्रदेश में RTE का पालन करने के लिए सरकार ने निम्नलिखित कदम उठाए हैं:

  • मुफ्त शिक्षा: राज्य में सरकारी स्कूलों में 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान की जाती है।
  • प्रवेश प्राथमिकता: राज्य में गरीब और कमजोर वर्ग के बच्चों को प्राथमिक शिक्षा में प्रवेश की प्राथमिकता दी जाती है।
  • न्यूनतम मानक: स्कूलों को एक निर्धारित मानक के अनुसार काम करना होता है, जिसमें योग्य शिक्षक, उचित सुविधाएं, और अच्छे पाठ्यक्रम का पालन करना शामिल है।
  • समावेशी शिक्षा: RTE अधिनियम के तहत, विशेष रूप से कमजोर वर्गों के बच्चों, जैसे SC, ST, OBC और दिव्यांग बच्चों को भी शिक्षा का समान अधिकार दिया जाता है।
  • शिक्षक की नियुक्ति: योग्य और प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है, ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो कौनउत्तर प्रदेश सरकार ने RTE के तहत विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू किया है, ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके, और राज्य में शिक्षा का स्तर सुधार सके।

कौन- कौन से कागज ऑनलाइन करने में चाहिए

उत्तर प्रदेश RTE (Right to Education) योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ों की सूची निम्नलिखित है:

  • आधार कार्ड: आवेदन करने वाले बच्चे और उसके अभिभावक का आधार कार्ड।
  • जन्म प्रमाण पत्र: बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र जो यह प्रमाणित करता है कि वह 6 से 14 वर्ष के आयु समूह में आता है। (यह दस्तावेज़ स्कूल में दाखिले के लिए आवश्यक है)
  • राशन कार्ड: गरीबी रेखा से नीचे (BPL) या अन्य वर्ग का प्रमाणपत्र यदि पात्रता का आधार है।
  • पहचान पत्र: आवेदन करने वाले अभिभावक का पहचान पत्र, जैसे कि वोटर आईडी, पासपोर्ट, पैन कार्ड आदि।
  • पते का प्रमाण: जैसे बिजली बिल, पानी का बिल, रेंट एग्रीमेंट, या अन्य सरकारी दस्तावेज़।
  • कक्षा प्रमाण पत्र: यदि बच्चा पहले से किसी स्कूल में पढ़ाई कर चुका है, तो उसकी कक्षा प्रमाणपत्र की आवश्यकता हो सकती है।
  • जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो): यदि बच्चा SC, ST, OBC वर्ग से संबंधित है, तो संबंधित जाति प्रमाणपत्र की आवश्यकता होगी।
  • पासपोर्ट साइज फोटो: बच्चे की हाल ही में ली गई पासपोर्ट साइज फोटो।
  • मूल निवास प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो): यह प्रमाणपत्र यह दिखाता है कि आवेदक उत्तर प्रदेश राज्य का निवासी है।

इन दस्तावेज़ों के साथ, आप उत्तर प्रदेश RTE योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए, राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट (https://rte25.upsdc.gov.in) पर जाना होता है, और वहां दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए आप सभी दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं।

UP Rte Education Scheme : चयन प्रक्रिया क्या है

उत्तर प्रदेश RTE (Right to Education) योजना के तहत चयन प्रक्रिया कुछ विशेष मानदंडों के आधार पर की जाती है। चयन प्रक्रिया में विभिन्न कदम शामिल होते हैं:

1. आवेदन पत्र का सत्यापन:

  • ऑनलाइन आवेदन के बाद, जो अभिभावक आवेदन करते हैं, उनके द्वारा सबमिट किए गए दस्तावेज़ों का सत्यापन किया जाता है। इसमें आधार कार्ड, जन्म प्रमाणपत्र, राशन कार्ड, आदि की जांच की जाती है।
  • यदि आवेदन सही पाया जाता है और सभी दस्तावेज़ सही होते हैं, तो बच्चे को चयन प्रक्रिया में आगे बढ़ाया जाता है।

2. लॉटरी सिस्टम:

  • यदि एक ही स्कूल में सीमित सीटें हैं और आवेदन करने वाले बच्चों की संख्या अधिक है, तो लॉटरी सिस्टम के द्वारा चयन किया जाता है। यह एक पारदर्शी प्रक्रिया होती है, जिससे बच्चों को मौके पर ही प्रवेश मिल जाता है।
  • लॉटरी सिस्टम में, योग्य बच्चों के नाम एक डिजिटल या पेपर आधारित ड्रॉ के माध्यम से निकाले जाते हैं।

3. प्राथमिकता सूची:

  • आय वर्ग और पात्रता के आधार पर प्राथमिकता दी जाती है। उदाहरण के लिए, गरीब बच्चों, दिव्यांग बच्चों, SC/ST/OBC बच्चों को अन्य बच्चों की तुलना में प्राथमिकता दी जाती है।
  • यदि आवेदन करने वाले बच्चों की संख्या अधिक हो, तो गरीब वर्ग, कक्षा 1 में दाखिला लेने वाले बच्चों, और दिव्यांग बच्चों को पहले माना जाता है।

4. दाखिला प्रक्रिया:

  • चयनित बच्चों को स्कूल द्वारा आधिकारिक रूप से सूचित किया जाता है।
  • स्कूल में प्रवेश के लिए आवश्यक कागजी कार्यवाही (जैसे कि दस्तावेज़ों का सत्यापन और शुल्क की प्रक्रिया) पूरी की जाती है।
  • RTE के तहत चयनित बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा प्रदान की जाती है, और स्कूल में किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है।

5. फैसले के खिलाफ अपील:

  • अगर कोई अभिभावक चयन प्रक्रिया से संतुष्ट नहीं है या अगर उनका आवेदन अस्वीकार कर दिया जाता है, तो वे आधिकारिक मंचों पर अपील कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में भी पारदर्शिता सुनिश्चित की जाती है।

इस प्रकार, उत्तर प्रदेश RTE योजना में बच्चों का चयन आवेदन पत्र की जांच, लॉटरी प्रणाली, और पात्रता मानदंडों के आधार पर किया जाता है।

2025-26 समय सरणी

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