निषादराज बोट सब्सिडी योजना 2025 : नाव और मछली जाल लेने पर मिलेगी सब्सिडी

निषादराज बोट सब्सिडी योजना 2025

निषादराज बोट सब्सिडी योजना 2025 : मछुआरा समुदाय के व्यक्तियों को मत्स्याखेट एवं नदियों/जलाशयों में मत्स्य प्रबंधन व सरंक्षण के माध्यम से रोजगार एवं आजीविका के लिए जलाशयों, तालाबों, नदियों एवं अन्य जल संसाधनों में बिना इंजन की नाव (नॉन मोटोराइज्ड), जाल, लाइफ जैकेट एवं आइस्बाक्स आदि पर 40 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध कराये जाने हेतु निषादराज बोट सब्सिडी योजना के रूप में एक नवीन राज्य योजना संचालित किये जाने का निर्णय लिया गया है

निषादराज बोट सब्सिडी योजना 2025 : योजना का क्या है उद्देश्य

इस योजना से प्रदेश में मत्स्य पालन एवं मत्स्याखेट पर निर्भर निर्धन मत्स्य पालकों व मछुआरों को जलक्षेत्रों में शिकारमाही तथा मत्स्य प्रबंधन हेतु आर्थिक रूप से मजबूत व स्वावलम्बी बनाये जाने में सहायता प्राप्त होगी तथा इसके साथ ही सम्बंधित जलक्षेत्रों में अवैध शिकारमाही की रोकथाम व उसको नियंत्रित करने में सहायता प्राप्त होगी

निषादराज बोट सब्सिडी योजना 2025

निषादराज बोट सब्सिडी योजना 2025 : योजना से क्या है लाभ

मत्स्य पालन एवं मत्स्य आखेट, नौकायन एवं पर्यटन स्थलों में नाव की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। नाव एक ओर जहाँ मत्स्य पालन हेतु निवेशों के तालाबों में उपयोग में लायी जाती है, वहीँ नदियाँ, झीलों एवं जलाशयों में प्रभावी आखेट किया जाता है। इस योजना से गरीब मछुआरों को अनुदानित बोट मिलने से उनको अपनी आजीविका चलाने में सहायता प्राप्त होगी। भारत सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना अथवा राज्य सरकार द्वारा संचालित किसी अन्य योजना में नाव क्रय हेतु कोई भी परियोजना संचालित नहीं है, इसलिए निषादराज बोट सब्सिडी योजना से मत्स्य पालकों एवं मछुआरों को नाव, जाल आदि के क्रय में आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जाएगी, जिससे उनके परिवार के भरण पोषण में मदद होगी

निषादराज बोट सब्सिडी योजना 2025: पात्रता के नियम एवं शर्तें

  • “निषादराज बोट सब्सिडी योजना” के अंतर्गत रू० 0.67 लाख की अधिकतम सीमा तक की वुडेन फिशिंग बोट अथवा फाइबर रिइंफोर्स्ड प्लास्टिक बोट (एफ.आर.पी.बोट.), जाल, लाइफ जैकेट एवं आइसबॉक्स आदि पर 40 प्रतिशत अनुदान की सुविधा प्रदान की जाएगी
  • यह योजना 40 प्रतिशत राज्यांश व 60 प्रतिशत लाभार्थी अंश के फंडिंग पैटर्न पर आधारित होगी
  • योजना की इकाई लागत वित्तीय वर्ष 2022-23 में रू० 0.67 लाख होगी। वुडेन फिशिंग बोट अथवा फाइबर रिइंफोर्स्ड प्लास्टिक बोट (एफ.आर.पी.बोट.) की यूनिट कास्ट रू० 0.50 लाख तथा जाल, लाइफ जैकेट एवं आइसबॉक्स आदि की यूनिट कास्ट रू० 0.17 लाख होगी। प्रतिवर्ष उक्त सामग्री के क्रय मूल्य में संभावित वृद्धि को दृष्टिगत रखते हुए आगामी वित्तीय वर्ष से इकाई लागत में प्रतिवर्ष 5 प्रतिशत की वृद्धि करते हुए योजना के पांचवे वर्ष अर्थात वित्तीय वर्ष 2026-27 में इकाई लागत में कुल 20 प्रतिशत की वृद्धि होगी
  • मोटरबोट आदि की इकाई लागत का मूल्य रू० 0.67 लाख से अधिक होने पर अतिरिक्त धनराशि का वहन लाभार्थी द्वारा स्वयं किया जायेगा
  • वुडन फिशिंग बोट अथवा एफ.आर.पी.बोट. की लम्बाई 15 से 18 फीट तक होगी
  • मत्स्य पालन करने वाले 0.4 हेक्टेयर या उससे अधिक क्षेत्रफल के तालाब के पट्टाधारक, निजी तालाबों के स्वामित्व धारक एवं मत्स्य आखेट के साथ नौकायन में लगे हुए मछुआ समुदाय के व्यक्ति, जैसा कि राजस्व संहिता 2016 में परिभाषित है योजना हेतु पात्र होंगे ऐसे अभ्यर्थी जिनके पास पूर्व से नाव न हो, आवेदन के लिए पात्र होंगे 
  • किसी अन्य योजनान्तर्गत नाव क्रय हेतु लाभान्वित व्यक्ति इस योजना के लिए पात्र नहीं माने जायेंगे
  • लाभार्थी चयन में राजस्व संहिता 2016 में उल्लखित केवट, मल्लाह, निषाद, बिन्द, धीमर, कश्यप, बाथम, रैकवार, मांझी, गोडीया, कहार, तुरैहा अथवा तुराहा समुदाय से सम्बंधित ऐसा व्यक्ति जो परम्परागत रूप से मत्स्य पालन व्यवसाय में लगा हो, को प्राथमिकता दी जायेगी। राजस्वा संहिता 2016 में उल्लखित उक्त 13 मछुआ समुदाय के ऐसे व्यक्ति जो अन्तोदय राशनकार्ड धारक हैं, को प्रथम वरीयता दी जाएगी। राजस्व संहिता 2016 में उल्लखित उक्त 13 मछुआ समुदाय के पक्का आवास विहीन को द्वितीय वरीयता दी जाएगी। राजस्व संहिता 2016 में उल्लखित उक्त 13 मछुआ समुदाय के अन्य व्यक्ति को तृतीय वरीयता दी जाएगी। राजस्व संहिता 2016 में उल्लखित अन्य परंपरागत रूप से मत्स्य पालन व्यवसाय में लगे हुए व्यक्ति को चतुर्थ वरीयता दी जाएगी
  • चयनित लाभार्थी को परियोजना रिपोर्ट के अनुसार सामग्री अथवा उपकरण (वुडन फिशिंग बोट अथवा एफ.आर.पी.बोट., जाल, लाइफ जैकेट एवं आइसबॉक्स आदि) खरीदना अनिवार्य होगा तथा इसके प्रमाणित बिल/वाउचर विभागीय जिला कार्यालय में देना अनिवार्य होगा। इस सम्बन्ध में निदेशक मत्स्य द्वारा आवश्यक प्रारूप निर्गत किया जायेगा
  • लाभार्थी द्वारा अपने अंश की धनराशि स्वयं के संसाधन अथवा बैंक ऋण के माध्यम से वहन किया जायेगा

निषादराज बोट सब्सिडी योजना 2025: कैसे करना है आवेदन

सबसे पहले निषाद राज बोट सबसिटी योजना की वेबसाइट खोलें

योजना की गाइड लाइन को अच्छे तरीके से पढ़ें

पात्रता की नियम और शर्ते पूरे पढ़ें

आवेदन करें वाले ऑप्शन पर क्लिक करें

योजना से सम्बन्धी सभी जरूरी जानकारी भरें

फिर फाइनल संबिट करें

फिर फाइनल प्रिंट मत्स्य विभाग में जमा करें

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